नवरात्रि के नौ दिनों का समय भक्तों के लिए आध्यात्मिक ऊर्जा और मां दुर्गा की भक्ति से भरपूर होता है। इस दौरान श्रद्धालु अपनी आस्था और सुविधा के अनुसार उपवास रखते हैं और देवी दुर्गा का आशीर्वाद प्राप्त करते हैं।
आमतौर पर नवरात्रि वर्ष में दो बार मनाई जाती है—पहली चैत्र नवरात्रि (मार्च-अप्रैल) और दूसरी शारदीय नवरात्रि (अक्टूबर-नवंबर)। इन दिनों भक्त सात्विक आहार का सेवन करते हैं और तामसिक भोजन से दूरी बनाते हैं। आइए जानते हैं उपवास के दौरान किन खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए और किनसे बचना जरूरी है।
नवरात्रि में उपवास के दौरान क्या खा सकते हैं?
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अनाज विकल्प: समा के चावल, कुट्टू का आटा, राजगिरा, साबुदाना, और सिंघाड़े का आटा।
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सब्जियां: आलू, लौकी, कद्दू, शकरकंद, पालक, खीरा, गाजर और अरबी।
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फल: सभी मौसमी और ताजे फल।
नवरात्रि में किन चीजों से करें परहेज?
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सब्जियां: प्याज, लहसुन, भिंडी, बैंगन और मशरूम।
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अनाज व दालें: गेहूं, चावल, मैदा, सूजी, मकई का आटा और फलियां।
आम दिनों में भी न खाएं ये भोजन
भले ही कोई व्यक्ति उपवास न रखे, लेकिन नवरात्रि के दौरान प्याज, लहसुन और मांसाहारी भोजन का सेवन वर्जित माना गया है। मान्यता है कि ऐसे तामसिक भोजन से मां दुर्गा अप्रसन्न हो सकती हैं।
